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जय बोल बेईमान की / काका हाथरसी

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|संग्रह=जय बोलो बेईमान की / काका हाथरसी
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मन, मैला, तन ऊजरा, भाषण लच्छेदार,<br>
ऊपर सत्याचार है, भीतर भ्रष्टाचार।<br>
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