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कलाकार का गीत / रामावतार त्यागी
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,
13:14, 6 दिसम्बर 2006
}}
इस सदन में मैं अकेला ही
दीया
दिया
हूं<br>
मत बुझाओ!<br><br>
मैं न रोऊं¸ तो शिला कैसे गलेगी!<br>
इस सदन में मैं अकेला ही
दीया
दिया
हूं<br><br>
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