गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
निर्वासित अकेलापन / आलोक श्रीवास्तव-२
16 bytes added
,
05:26, 10 नवम्बर 2009
|संग्रह=वेरा, उन सपनों की कथा कहो! / आलोक श्रीवास्तव-२
}}
{{KKCatKavita}}
<Poem>
तुम्हारी मां को चिंता है तुम्हारे भविष्य की
Dkspoet
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,164
edits