Changes

उन्हें एतराज है / नोमान शौक़

16 bytes added, 13:28, 11 नवम्बर 2009
|रचनाकार=नोमान शौक़
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
वे कहते हैं
पलाश के फूल
क्यों छोड़ जाती हैं
अमावस के पदचिन्हपदचिह्नचांदनी चाँदनी रातें उनकी खिड़कियों पर
सुरा और सुन्दरी के बीच रहकर भी
क्यों बूढे हो जाते हैं वे
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
3,286
edits