--[[सदस्य:Shrddha|Shrddha]] ०२:०५, २१ नवम्बर २००९ (UTC)
आदरणीय जनविजय जी! 'अटल बिहारी वाजपेयी’ जी नव वर्ष की बहुत सारी मंगल कामनाएँ। कविता कोश में कई सारे पन्ने दो बार बन गये हैं, थोड़े बहुत अलग नामों से। कृपया मुझे पन्ने हटाने का अधिकार दें ताकि मैं उन अशुद्धियों को सुरक्षित दूर कर दीजिए। सकूँ। सादर - [[धर्मेन्द्र कुमार सिंह]]