गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
रोज़मर्रा वही एक ख़बर / अश्वघोष
8 bytes removed
,
06:07, 3 जनवरी 2010
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|संग्रह=जेबों में डर / अश्वघोष
}}
[[Category:गज़ल]]
{{KKCatGhazal}}
<poem>
रोज़मर्रा वही इक ख़बर देखिए
सड़के चलने लगीं आदमी रुक गया
हो गया
अपाहिच
अपाहिज़
सफ़र देखिए
सारा आकाश अब इनके सीने में है
Shrddha
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
3,286
edits