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वे तुम्हारे पास आएँगे, समझाएँगे / मुकेश जैन
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18:13, 26 जनवरी 2010
वे तुम्हारे पास आयेंगे.समझायेंगे.<br>
उनके अर्थों में तुम सामाजिक नहीं<br>
हो. तुम नहीं चलते हो उनके
पदचिन्हों
पदचिह्नों
<br>
को टटोलते हुए. वे तुम्हें बतायेंगे समाज<br>
के माने. वे तुम्हे भय दिखायेंगे.
Mukesh Jain
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