गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
देखना क़िस्मत कि आप अपने पे रश्क आ जाये है / ग़ालिब
No change in size
,
16:52, 7 मार्च 2010
देखना क़िस्मत कि आप अपने पे रश्क आ जाये है / गा़लिब का नाम बदलकर देखना क़िस्मत कि आप अपने पे रश्क आ ज
Sandeep Sethi
Delete, Mover, Uploader
894
edits