गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
डर / रघुवीर सहाय
29 bytes added
,
19:23, 7 मार्च 2010
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार = रघुवीर सहाय|संग्रह = एक समय था / रघुवीर सहाय
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
बढ़िया अंग्रेज़ी वह आदमी बोलने लगा
जो अभी तक मेरी बोली बोल रहा था
मैं डर गया ।
</poem>
अनिल जनविजय
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits