गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
आते कैसे सूने पल / सुमित्रानंदन पंत
2 bytes added
,
07:25, 10 मई 2010
:सागर-संगम में है सुख,
:जीवन की गति में भी लय;
:
मेरे क्षण-क्षण के लघु-कण
:
जीवन-लय से हों मधुमय।
रचनाकाल: जनवरी’ १९३२
</poem>
Dkspoet
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,164
edits