गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
एक कविता उदासी की / कुमार सौरभ
73 bytes removed
,
04:57, 31 मई 2010
सपने भी तब आते हैं
जब तकिये के नीचे नगद हो !
( प्रकाशित- वागर्थ: नवम्बर 2007)
</poem>
अनिल जनविजय
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits