गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
रुक्मिणी बोली, -- 'पत्रा लाओ / गुलाब खंडेलवाल
1 byte added
,
23:49, 1 जून 2010
रुक्मिणी बोली, -- 'पत्रा लाओ
पूरब की यात्रा के संकट पंडित इन्हें बताओ
'घुसे न शशि मंगल के घर में
सुना विघ्न है 'रा' अक्षर में
Vibhajhalani
2,913
edits