गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
अब के रख लो लाज हमारी बाबूजी / कविता किरण
1 byte added
,
14:39, 11 जून 2010
इक तो मार गरीबी की लाचारी है
उस पर टी.बी.की बीमारी बाबूजी
भूखे बच्चों का मुरझाया चेहरा देख
दिल पर चलती रोज़ कटारी बाबूजी
Shrddha
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
3,286
edits