गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
कोई आतिश दर-सुबू शोला-ब-जाम आ ही गया / मजरूह सुल्तानपुरी
1 byte added
,
20:00, 14 जून 2010
|रचनाकार=मजरूह सुल्तानपुरी
}}
[[Category:ग़ज़ल]]<poem>कोई आतिश दर-सुबू शोला-ब-जाम आ ही गया
आफ़ताब आ ही गया, माहे-तमाम आ ही गया
वीनस केशरी
180
edits