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|रचनाकार=एहतराम इस्लाम
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[[Category:ग़ज़ल]]<poem>
 
अग्नि वर्षा है तो है हाँ बर्फबारी है तो है,
मौसमों के दरमियाँ इक जंग जारी है तो है |
“एहतराम” अपने गजल-लेखन को कहता है कला,
आप कहते हैं उसे जादूनिगारी है, तो है |
<poem>