शुक्रिया। पर मनचाही स्पेस कैसे दें? श्रीकांत वर्मा की कविताओं के पैराग्राफ 'तिरछे' होते हैं।
::Jitane jyda : lagayege utane jyda space aa jayege to aap :, ::, ::: ... is tarah laga sakate hai, ----[[सदस्य:64.129.18.74|64.129.18.74]] १३:४७, ९ जनवरी २००८ (UTC) Pratishtha