<!-- ***** कृपया इस पंक्ति से ऊपर की ओर कोई बदलाव न करें। आप जो भी लिखना चाहते हैं -इस पंक्ति से नीचे लिखें। ***** -->
== और मानक ==
दो चीज़ों पर मानक बनाने की और ज़रूरत है--
मैं कई जगह देखता हूँ कि विराम चिह्न एक स्पेस देकर लिखे हुए मिलते हैं, ये ग़लत तरीक़ा है।
और दूसरे ये कि, विकी पर एक नाम के दो पन्ने नहीं बन सकते है। ऐसी सूरत कोश पर तब आती है जब कविता संग्रह उसकी किसी कविता के नाम पर होता है। ऐसे में हम कुछ छोटा-सा फ़र्क़ कर देते हैं, जैसे [[तुम्हे सौंपता हूँ / त्रिलोचन]] संग्रह का और [[तुम्हे सौंपता हूँ. / त्रिलोचन]] कविता का। एक ये भी है: [[काल तुझ से होड़ है मेरी / शमशेर बहादुर सिंह]] और [[काल तुझ से होड़ है मेरी (कविता) / शमशेर बहादुर सिंह]]। इस वास्ते भी एक ही तरीक़ा तय कर दिया जाए। मेरी राय है कि हम दो पन्ने बनाएँ:
#काल तुझ से होड़ है मेरी (कविता संग्रह) / शमशेर बहादुर सिंह
#काल तुझ से होड़ है मेरी / शमशेर बहादुर सिंह
और शमशेर बहादुर सिंह के पन्ने पर कविता संग्रह का लिंक यूँ दिया जाए:
<nowiki>[[काल तुझ से होड़ है मेरी (कविता संग्रह) / शमशेर बहादुर सिंह|काल तुझ से होड़ है मेरी / शमशेर बहादुर सिंह]]</nowiki>
इससे दोनों जगह एक ही नाम दिखाई देगा। कोई अलग तरीक़ा भी करें तो सही होगा, बशर्ते एकरूपता हो।
कविता के शीर्षक का प्रारूप भी सर्च से कविता पर जाने के लिए ज़रूरी है।
इसे लिखते वक़्त मुझे प्रतिष्ठा जी का संदेश मिला; कवि के नाम को भी वर्तनी मानक के मुआफ़िक करना मुझे भी अटपटा लग रहा था। खै़र, ये भी ध्यान रखूँगा। पर मैंने एकसाथ तीन पन्ने से ज़्यादा मूव करने पर चौथे पन्ने पर करने लगा तो एक संदेश आया, ज़रा देखिए:
'''स्पैम की रोकथाम के लिये, यह क्रिया इतने कम समय में एकसे ज्यादा बार करनेसे मनाई है, और आप इस मर्यादाको पार कर चुके हैं । कृपया कुछ समय बाद पुन: यत्न किजीयें ।'''
हिंदी इंटरफ़ेस बनाने में लापरवाही की गई है। ललित जी से और महनत करने की गुज़ारिश करता हूँ।
[[सदस्य:Sumitkumar kataria|सुमितकुमार कटारिया]]([[सदस्य वार्ता:Sumitkumar kataria|वार्ता]]) १५:१९, ३० जून २००८ (UTC)
==वर्तनी-सुधार==