प्रिय भाई तुषार जी
मेरे पास केवल 'निशा निमंत्रण' ही नहीं, बच्चन जी का लिखा सारा काव्य है। लेकिन मैं एक-दो दिन व्यस्त रहूंगा। उसके बाद उनकी इस पूरी पुस्तक की सभी कविताओं के शीर्षक क्रम से कविता कोश पर लिख दूंगा ताकि आपको आसानी हो जाए। जहाँ कवि ने कविताओं के शीर्षक नहीं दिए होते वहाँ हम आम तौर पर कविता की पहली पंक्ति शीर्षक के तौर पर इस्तेमाल करते हैं। प्राय: ग़ज़लों में आपने ऎसा देखा होगा। वही तरीका हिन्दी कविता में भी अपनाया जाता है। ठाकुर प्रसाद सिंह की पुस्तक को कविता कोश पर दॆखकर आप यह बात सहजता से समझ सकते हैं।
उसमें भी सभी गीतों की संख्या दी गई तःईथी, शीर्षक नहीं थे।
सादर
अनिल जनविजय