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दाग़ नहीं छूटे / नईम
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03:59, 29 जून 2010
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<poem>
दामन को
मलमलकर
मल-मलकर
धोया,
:::दाग़ नहीं छूटे ।
बड़ी पुण्य-भागा है शिप्रा ।
कालिदास के मेघदूत-सा डूबा, उतराया
अनिल जनविजय
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