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जब मैं पैदा हुआ था / मनोज श्रीवास्तव
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07:54, 6 जुलाई 2010
पर, उफ्फ़!
उससे ताजे मूत की बू आ रही थी
सो, मैने उसे
दनादन पैरों से
मार गिराया
मैने जानकर वह आफत मोल लिया था
Dr. Manoj Srivastav
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