{{KKGlobal}}{{KKRachna|रचनाकार: [[=ग़ालिब]][[Category:कविताएँ]]}}[[Category:गज़लग़ज़ल]][[Category:ग़ालिब]] ~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*
मैं उन्हें छेड़ूँ और कुछ न कहें <br>
चल निकलते जो मैं मय पिये होते<br><br>
क़हर हो या बला हो, जो कुछ हो <br>