|जन्मस्थान=जहाँगीरपुर, जिला खुर्जा, उत्तर प्रदेश, भारत
|मृत्यु=--
|कृतियाँ=--शूल -फूल (१९३४), कर्ण फूल (१९३६), प्रभात फेरी (१९३८), प्रवासी के गीत १९३९कडवी मीठी बातेँ ( कहानी सँग्रह१९३९) १९४१, कामिनी (१९४३), मिट्टी और फूल (१९४३), पलाशवन (१९४३), हँस माला (१९४६), सर्तचँदन (१९४९), अग्निशस्य (१९५०), कदलीवन (१९५३), द्रौपदी (१९६०), प्यासा निर्झर (१९६४), उत्तर जय (१९६५), बहुत रात गये १९६७मोहनदास करमचँद गाँधी ( जीवनी१९६७) ९६७, सुवर्णा (१९७१), सुवीरा (१९७३), प्रमुख पत्रिकाएँ सरस्वती १९३२ व चाँद १९३३ मेँ प्राँरभिक रचनाएँ व स्फुट कविताएँ व समीक्षा इत्यादी छपतीँ रहीँछपती रही
|विविध=पंडित नरेन्द शर्मा ने हिन्दी फ़िल्मों के लिये बहुत से गीत लिखे। उनके 17 कविता संग्रह, एक कहानी संग्रह, एक जीवनी और अनेक रचनाएँ पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं।
|जीवनी=[[नरेन्द्र शर्मा / परिचय]]
* [[नींद उचट जाती है / नरेन्द्र शर्मा]]
* [[चलो हम दोनों चलें वहां / नरेन्द्र शर्मा]]
* [" नैना दीवाने एक नहीँ माने / नरेन्द्र शर्मा]] हुए हैँ पराये मन हार आये, मन का मरम जाने ना माने ना माने ना नैना दीवाने जाना ना जाना मन ही ना जाना चितवन का मन बनता निशाना कैसा निशाना कैसा निशाना , मन ही पहचाने ना , माने ना माने ना नैना दीवाने जीवन बेली करे अठखेली महके मन के बकुल प्रीति फूल फूले झूला झूले, चहके बन बुलबुल, महके मन के बकुल मन क्या जाने, क्या होगा कल धार समय की बहती पलपल, जीवन चँचल जीवन चँचल, दिन जाके फिर आने ना माने ना माने ना नैना दीवाने ]