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दिल्लगी है दोस्ती--गजल / मनोज श्रीवास्तव
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06:26, 16 जुलाई 2010
यांत्रिक है दिल
मूर्तियां चुप
रहेगी
रहेंगी
आस्था! मत हिल
शहर जिसमें ऐंठते हो
सांप का है बिल
Dr. Manoj Srivastav
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