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पलायन / मनोज श्रीवास्तव
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07:51, 19 जुलाई 2010
सिर हिलाता रहा
माथे पर बर्तानी बलें दे-देकर
अपनी फ्रेंच
दाढ़ीसे
दाढ़ी से
चेहरे को महिमामंडित करता रहा
Dr. Manoj Srivastav
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