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चिड़या की बोली लिखो / मोहन आलोक
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20:50, 19 जुलाई 2010
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|रचनाकार= मोहन आलोक
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poem
Poem
>चिड़या की बोली लिखो
फूल का रंग लिखो
निःशब्द ।
अनिल जनविजय
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