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सुलफ़े का दम / त्रिलोचन
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14:01, 20 जुलाई 2010
बमभोले शंकर गाँजे का, सुलफ़े का दम
लिया गुरू ने;
लवर
लहर
उठी, फिर बोले, बम बम ।
</poem>
अनिल जनविजय
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