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उदास कितने थे--गजल / अखिलेश तिवारी
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06:44, 3 अगस्त 2010
इसी हयात को लेकर कयास कितने थे
हंसी,
मजाक
मज़ाक
, अदब, महफिलें, सुखनगोई
उदासियों के बदन पर लिबास कितने थे
Dr. Manoj Srivastav
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