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इस रेखांकित समय में / मनोज श्रीवास्तव
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09:49, 17 अगस्त 2010
जबकि नगरपालिका के सौजन्य से
पानी के टैंकर आए-दिन
मोहल्लों में प्यास से मुक्ति कीगंगा बहा रहे हैं
यह बात अलग है कि
ग़ुमख़बरी के डस्टबिन में डाल रहा है
जबकि आयकर विभाग
बाबूओं
बाबुओं
के
घन
घुन
-खाए बटुए से
आयकर चिचोर रहा है
Dr. Manoj Srivastav
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