|मृत्यु=
|कृतियाँ=हमारी बस्ती में (ग़ज़ल-संग्रह, 2010) , समय संवाद करना चाहता है (ग़ज़ल-संग्रह, 2010)
|विविध=आलोचना, समीक्षा और निबन्ध भी लिखते हैं। हास्य-व्यंग्य भी लिखा । हंगेरियाई भाशःआ भाषा से हिन्दी में अनुवाद ।
|अंग्रेज़ीनाम=Roshan lal 'Roshan'
|जीवनी=[[रोशन लाल 'रौशन' / परिचय]]