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14:21, 22 अगस्त 2010 {KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=मुकेश मानस
|संग्रह=काग़ज़ एक पेड़ है / मुकेश मानस
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<poem>
जनता सारी भूखी है
राजा को क्या मतलब
जनता सारी प्यासी है
राजा को क्या मतलब
संत्री अत्याचारी है
राजा को क्या मतलब
मंत्री भ्रष्टाचारी है
राजा को क्या मतलब
टैक्स बड़ा भारी है
राजा को क्या मतलब
जनता की बड़ी ख़्वारी है
राजा को क्या मतलब
जनता जागी, जनता आई
जनता ने न्याय की गुहार लगाई
राजा जागा, राजा का चैंन भागा
राजा ने गोली चलवाई
1994, पुरानी नोटबुक से
<poem>