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12:29, 7 सितम्बर 2010 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=मुकेश मानस
|संग्रह=काग़ज़ एक पेड़ है / मुकेश मानस
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<poem>
जो तुम्हारे पास है
उसकी कदर करो
जो तुम्हारे पास नहीं है
उसकी चिंता छोड़ो
जो छूट गया पीछे
उसके बारे में सोचना ही क्या
2007-08
<poem>