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11:03, 8 सितम्बर 2010 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=गोबिन्द प्रसाद
|संग्रह=कोई ऐसा शब्द दो / गोबिन्द प्रसाद
}}
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<poem>
दर्द
तुम्हारा था
शब्द भी
तुम्हारे थे
और
गान; भी तुम्हारे थे
लेकिन प्रतिध्वनियों से गूँजता
आकाश भी
क्या तुम्हारा था कवि
<poem>