|नाम=छत्रनाथ
|उपनाम=
|जन्म=अहारहवीं अठारहवीं शताब्दी |जन्मस्थान=हाली-ऊझटी, दरभंगा, बिहार, भारतभारत।|मृत्यु=|कृतियाँ= सुदामा चरित। द्रौपदी-पुकार, हनुमान-रावण-संवाद, बनगाँव वर्णन आदि लघु-काव्य। कुछ कवित्त और सवैये भी।|विविध= आशुकवि के रूप में ख्याति। भक्तकवि माने जाते हैं। छत्रपति, नाथ, कविदत्त, कवीश्वरदत्त आदि नामों से भी रचनाएँ उपलब्ध। जनश्रुति है कि निरक्षर थे और महादेव की कृपा से कवि बने थे। मैथिली के कवि।
|जीवनी=[[छत्रनाथ / परिचय]]
|अंग्रेज़ीनाम=Chhatranath