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ऐसे नहीं जाग कर बैठो तुम हो पहरेदार चमन के / उदयप्रताप सिंह
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20:07, 1 अक्टूबर 2010
ऐसे नहीं जाग कर बैठो तुम हो पहरेदार चमन के,
चिंता क्या है सोने दो यदि सोते हैं सरदार चमन के,
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Lakshman
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