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जयकृष्ण राय तुषार
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06:01, 24 अक्टूबर 2010
* [[मुल्क मेरा इन दिनों शहरीकरण की ओर है / जयकृष्ण राय तुषार]]
* [[ऐ दोस्त गले मिल तो हरेक बात का हल हो / जयकृष्ण राय तुषार]]
* [[
हम करवाचौथ
जमीं
के
व्रत
चांद
को
जब चांद का दीदार होता है
/ जयकृष्ण राय तुषार]]
</sort>
'''गीत / नवगीत'''
हिमांशु Himanshu
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