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जिस पल तेरी याद सताए / भारत भूषण
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17:20, 10 नवम्बर 2010
गम की जलन भरी छाया में
बिजली ने ज्यों फूल छुआ है, ऐसा मेरा हृदय हुआ है
पता नहीं क्या क्या कहता हूँ , अपने बस में आज न हूँ मैं
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Kumar anil
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