गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
याद करना हर घडी़ उस यार का / वली दक्कनी
1 byte removed
,
02:51, 21 नवम्बर 2010
<poem>
याद करना हर घड़ी उस यार का
है वज़ीफ़ा मुझ दिल-ए-
बी
मार
बीमार
का
आरज़ू-ए-चश्मा-ए-कौसर नहीं
द्विजेन्द्र द्विज
Mover, Uploader
4,005
edits