गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 27 मई 2014, at 11:36
शब्द-प्राण / पुष्पिता
चर्चा
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
पुष्पिता
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
शब्द
छूते हैं देह
और देह जीती है शब्द।
प्रेम में
प्राणवान होती है
ऐसे ही देह
और ऐसे ही शब्द।