भारत देश हमारा है
सब देशों सक न्यारा है
लहरों से नित उछल-उछल कर
पट धोता रहता है सागर
जनगणमन अधिनायक गा
राष्ट्रगान दुहरा-दुहरा कर
बहती पावन धारा है
सब देशों से न्यारा है।
भारत देश हमारा है
सब देशों सक न्यारा है
लहरों से नित उछल-उछल कर
पट धोता रहता है सागर
जनगणमन अधिनायक गा
राष्ट्रगान दुहरा-दुहरा कर
बहती पावन धारा है
सब देशों से न्यारा है।