बहुत छोटी सी कहानी हैं
मनुष्य के विकास की
इतनी छोटी कि
फिर फिर आ जाता हैं
वहीं प्रस्थान बिंदु पर
मनुष्य
जहां से शुरू हुई थी
उसकी यात्रा
बहुत छोटी सी कहानी हैं
मनुष्य के विकास की
इतनी छोटी कि
फिर फिर आ जाता हैं
वहीं प्रस्थान बिंदु पर
मनुष्य
जहां से शुरू हुई थी
उसकी यात्रा