Last modified on 18 नवम्बर 2021, at 00:09

समझदारी / त्रिलोकीनाथ दिवाकर

बहुत करलें मगजमारी
रखें अपनो समझदारी

हितैसी कम यहाँ मिलतौ
बिना लोभें कहाँ हिलतौ
कभी आफत पड़ी जैतौ
बचाबै के घड़ी ऐतौ
पता नै के मददगारी
रखें अपनो समझदारी।

लुतरलग्गो रहै लगलो
खिलाड़ी छै बड़ी मंजलो
लगाबै छै बहुत कैदा
लड़ाबै मे बहुत फैदा
यहाँ कुछ छै दुराचारी
रखें अपनो समझदारी।

नजर आबै एलेक्सन में
रखै जनता कनेक्सन में
लुभाबै ख्ूाब वादा सें
निकालै जीत बाधा सें
करै नेता अदाकारी
रखें अपनो समझदारी।