क्या सृष्टि से पहले
शून्य के अतिरिक्त भी कुछ था?
ईश्वर या समय? पता नहीं।
और अगर समय था तो कहां से
शुरू हुई थी उसकी यात्रा?
और कौन था उसका साक्षी प्रारम्भ में?
समय पदार्थ नहीं
कल्पना या अहसास भी नहीं
गणना है सिर्फ,
जन्म, जरा, मृत्यु से
रचना और विनाश से बंधी
कब थमेगी यह गणना?
शायद कभी नहीं
क्योंकि प्रलय में सृष्टि के नष्ट होने पर
शुरू हो जाएगा दूसरा दौर
ओ समय
मैं तुझसे मुक्ति पाना चाहता हूं।