Last modified on 26 दिसम्बर 2007, at 22:05

सरसों के फूल / त्रिलोचन

सरसों के फूल

बहुत नहीं रहते


अपने ही रूप में

अपने ही रंग में

अपनों के बीच हैं

अपनों के संग में

पीला बनाने के
लिए नहीं कहते ।


ऎसे ये सलोने

लगें न कहीं टोने

होते हैं होने को

फिर ये नहीं होने

भूले किसी का..
भाव नहीं गहते ।