मैं कुछ और नहीं चाहता
सादे ढंग से कहना
चाहता हूँ बात
सादगी पसन्द हूँ मैं
पर हम एक साधारण से गीत में भी
भर देते हैं इतना संगीत
वह धसक जाता है
वह डूब जाता है
धीरे-धीरे
मैं कुछ और नहीं चाहता
सादे ढंग से कहना
चाहता हूँ बात
सादगी पसन्द हूँ मैं
पर हम एक साधारण से गीत में भी
भर देते हैं इतना संगीत
वह धसक जाता है
वह डूब जाता है
धीरे-धीरे