बड़ी कोठियों में
रहने वाले मर्द
होते हैं उतने व्यस्त
कि नौकरों को
संभालनी पड़ती हैं
दीवारों से गूंजती
नाज़ुक सिसकियाँ.
बड़ी कोठियों में
रहने वाले मर्द
होते हैं उतने व्यस्त
कि नौकरों को
संभालनी पड़ती हैं
दीवारों से गूंजती
नाज़ुक सिसकियाँ.