गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 31 अगस्त 2011, at 15:16
सुनो / चंद्र रेखा ढडवाल
चर्चा
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
चंद्र रेखा ढडवाल
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
कवि सुनो!
जितनी कविताएँ लिखना
उतने तुम पेड़ उगाना
बढ़ेंगे / फलेंगे पेड़
तो रहेंगी / कहेंगी कविताएँ