उस दिन
कोई आया
मेरे आंगन
में ढेर सारा
बुक्का- भर
सूरज का
बिखेर गया ...
मैंने उठा कर
माथे को छुया
और मुहं पर
मल लिया ....!.
उस दिन
कोई आया
मेरे आंगन
में ढेर सारा
बुक्का- भर
सूरज का
बिखेर गया ...
मैंने उठा कर
माथे को छुया
और मुहं पर
मल लिया ....!.