(हँसी)
छलकी हँसी
बनकर संगीत
नदी- सी बही
(अँधेरा)
चाँद न आता
अँधेरा गहराता
बच्चा चिल्लाता
(तम)
चाँद न आए
तारे तिलमिलाएँ
तम मुस्काए
(गुलमोहर)
गुलमोहर
गुलाल सा लगाए
है इतराए
(अमलतास)
अमलतास
पीले करके हाथ
करे न बात ।
(हँसी)
छलकी हँसी
बनकर संगीत
नदी- सी बही
(अँधेरा)
चाँद न आता
अँधेरा गहराता
बच्चा चिल्लाता
(तम)
चाँद न आए
तारे तिलमिलाएँ
तम मुस्काए
(गुलमोहर)
गुलमोहर
गुलाल सा लगाए
है इतराए
(अमलतास)
अमलतास
पीले करके हाथ
करे न बात ।