Last modified on 27 जुलाई 2018, at 12:40

हाइकु 110 / लक्ष्मीनारायण रंगा

मिलै खुरसी
धन सत्ता नैं भोगां
जय श्री राम


आज श्रवण
मा-बाप नैं पोंचावै
वृद्धाश्रमां में


याद आवै मा
मिट जावै अंधारा
मन आंख्यां रा