बाळक-हंसी
अमोलक खजानो
खूट रैयो है
नारी थूं बण
करंट रो झटको
कुण छू सकै
कांटां सूं बचै
बै कदै न पा सकै
फूल-गुलाब
बाळक-हंसी
अमोलक खजानो
खूट रैयो है
नारी थूं बण
करंट रो झटको
कुण छू सकै
कांटां सूं बचै
बै कदै न पा सकै
फूल-गुलाब